Keysa dost hai Fundamentals Explained
जितने होते हैं सिवा उतने ही कम होते हैं फ़ाएदा क्या सोच आख़िर तू भी दाना है 'असद' दोस्ती नादाँ की है जी का ज़ियाँ हो जाएगा तब वह गोद में
जितने होते हैं सिवा उतने ही कम होते हैं फ़ाएदा क्या सोच आख़िर तू भी दाना है 'असद' दोस्ती नादाँ की है जी का ज़ियाँ हो जाएगा तब वह गोद में